Haryana News: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग का बड़ा दांव, CET परीक्षा को लेकर हुआ बड़ा खुलासा
चंडीगढ़: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने एक बार फिर से CET परीक्षा को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है। भाई इस बार परीक्षा कराने में कोई भी लापरवाही नहीं होगी क्यूंकि HSSC वाले फुल (mission mode) में आ गए हैं।
प्रदेशभर के जिलों से परीक्षा केंद्रों की डिटेल मांगी गई है ताकि सबकुछ (well planned) तरीके से हो सके। इतना ही नहीं इस बार नकलचियों और चीटिंग माफियाओं की शामत आने वाली है।
CET परीक्षा की सख्त तैयारी
परीक्षा में लगभग 15 लाख (aspirants) शामिल होने की उम्मीद है और ऐसे में परीक्षा एक ही दिन में कराना थोड़ा मुश्किल लग रहा है। इसलिए HSSC ने सोचा है कि अगर भीड़ ज्यादा हुई तो परीक्षा को दो सत्रों में कर दिया जाएगा। यानी सुबह और दोपहर वाली शिफ्ट में अलग-अलग (candidates) को मौका मिलेगा।
अब भाई परीक्षा की तारीख तो अभी तक आई नहीं है लेकिन जल्दी ही इसका भी ऐलान होगा। इस बार HSSC कोई भी गलती करने के मूड में नहीं है इसलिए परीक्षा केंद्रों के सेलेक्शन में पूरी सावधानी बरती जा रही है।
CET परीक्षा में नकल करने वालों की खैर नहीं
अब बात करते हैं असली मसालेदार अपडेट की। इस बार CET परीक्षा में नकल या चीटिंग करने वालों को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जाएगा। जिन केंद्रों का पहले का रिकॉर्ड खराब रहा है यानी जहां पहले नकल माफियाओं ने (setup) लगा रखा था उन सभी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।
मतलब अब ‘पेपर आउट’ गैंग वालों को मेहनत से पढ़ाई करने वालों की टेंशन बढ़ाने का कोई मौका नहीं मिलेगा। HSSC ने साफ कर दिया है कि इस बार परीक्षा (strict) माहौल में होगी और कोई भी गलत हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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पुलिस वेरिफिकेशन और कड़ी निगरानी
HSSC इस बार ड्यूटी पर लगने वाले सभी कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन भी करवाने वाला है। यानी जो भी परीक्षा केंद्रों पर (duty) करेंगे उनकी पूरी (background check) की जाएगी ताकि कोई गड़बड़झाला न हो।
इतना ही नहीं इस बार परीक्षा केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए (CCTV cameras) लगाए जाएंगे और मोबाइल जैमर भी लगेंगे ताकि कोई भी टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल न कर सके।
सही परीक्षा केंद्रों का चयन
HSSC ने साफ कहा है कि इस बार परीक्षा उन्हीं केंद्रों पर होगी जहां की व्यवस्थाएं सही होंगी। यानी स्कूलों और कॉलेजों को अपनी (infrastructure) डिटेल देनी होगी जिसमें बैठने की क्षमता बिजली-पानी की सुविधा और सिक्योरिटी अरेंजमेंट शामिल होंगे।
अब भाई जिन स्कूलों में लाइट नहीं आती जहां बेंच टूटे पड़े हैं और जहां पंखे भी हवा देने की बजाए आवाज ज्यादा करते हैं वहां परीक्षा तो भूल ही जाओ।
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